Premanand maharaj vrindavan: वृंदावन में बाढ़ के कारण लोग परेशान प्रेमानंद महाराज ने 1 घंटे स्टीमर से घूमकर बाढ़ का किया निरीक्षण कहा जल्द ही यमुना मैया सबको राहत देंगी। शहर के लिए चेतावनी का निशान 204.50 मीटर है, यमुना जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर तक है, और लोगों को निकालने का काम 206 मीटर से शुरू कर दिया जाता है। पुराना रेलवे पुल नदी के प्रवाह और संभावित बाढ़ के खतरों पर नज़र रखने के लिए एक प्रमुख अवलोकन बिंदु के रूप में कार्य करता है। यही मानक बढ़ को दर्शाता है |
Premanand maharaj vrindavan स्टीमर से बाढ़ का किया निरीक्षण
भारी बारिश के कारण मथुरा में बाढ़ की स्थिति बन गई और पूरे इलाके में पानी पानी हो गया और लोग घरों से बेघर हो गए हैं यहां तक की पशुओं को घर से निकलना पड़ा और लोग अपने घरों में चूल्हा भी नहीं जला पा रहे हैं जिसके कारण पानी पूरे घरों में अंदर तक चला गया है और इसको देखते प्रशासन वहां पर हाईअलर्ट जारी कर दिया है इसका मूल कारण है कि यमुना पूरी उफान पर है और पूरी तरह से जलमग्न हो गई है|

Premanand maharaj vrindavan पूरे इलाके में पानी पानी हो गया है जिससे प्रशासन पूरी तरह से चौकन्ना हो गया वहीं पर यमुना खतरे के निशान पर है उसे नीचे नहीं हो रही है इसको देखते हुए लोगों में बड़ी जो की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है| इस दौरान प्रेमानंद महाराज अपने भक्तों के साथ स्टीमर में बैठ करके वृंदावन का पूरा भ्रमण किया और यमुना मैया से प्रार्थना की जल्दी मैया सबको अपने सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए स्थान दें और जल्दी से जल्दी नीचे जाएं और यमुना माया को प्रणाम करते हुए प्रेमानंद महाराज ने अपने भक्तों के साथ प्रणाम किया।
वृंदावन घरों में घुसा पानी
Premanand maharaj vrindavan इस साल बारिश भारी मात्रा में हुई जिसके कारण पूरे भारत के कई इलाकों में बाढ़ की समस्या बनी पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल जैसे प्रदेश बाढ़ से प्रभावित हुए। यहां तक की मां वैष्णो के धाम में भी बाढ़ की स्थिति बन गई यही सब नहीं वृंदावन कान्हा जी की नगरी मथुरा में भी बाढ़ की स्थिति बनी और यहां तक की सबके घरों में पानी चला गया इसको देखते हुए संत समागम ने वहां प्रार्थना की यमुना मैया से की जल्दी से जल्दी लोगों को राहत मिले
घरों से बेघर हुए वृंदावन वासी
Premanand maharaj vrindavan मथुरा में बहुत भारी बारिश हुई जिसे कहा यमुना का जलस्तर काफी ज्यादा बढ़ गया और बढ़ने के कारण वहां पर बाढ़ की स्थिति बन गई है लोगों के घरों में लोगों के आशियाने में पानी घुस गया है जिसके कारण लोग अपने घरों के ऊपर कुछ लोग रहने लगे। लेकिन श्रद्धा कम नहीं हो रही लोगों की श्रद्धा वही भाव से लोग आज वृंदावन बांके बिहारी का दर्शन करने जा रहे हैं संत गढ़ पूरी तरह से अपनी प्रार्थना भक्ति में लगे हुए हैं।
प्रेमानंद महाराज अपने भक्तों के साथ स्टीमर में बैठकर के पूरे वृंदावन का भ्रमण के और यमुना का जलस्तर इतना बढ़ गया है उसको उन्होंने निरीक्षण किया अपने भक्तगणों के साथ प्रेमानंद महाराज स्टीमर में दिखाई दे रहे हैं।

आपको मालूम होगा कि प्रेमानंद महाराज की ख्याति इस समय बहुत तेजी से बढ़ रही है और लोग उनकी बातों को सुनना चाहते हैं अमल भी करते हैं प्रेमानंद महाराज लोगों के साथ लोगों के दुख की घड़ी में आज वृंदावन मथुरा में लोगों के साथ खड़े हुए हैं ।और यमुना मैया से प्रार्थना कर रहे हैं कि जल्द से जल्द वह अपने जलस्तर को नीचे जाएं और लोगों को राहत दे।
प्रेमानंद महाराज इस समय संतों की श्रेणी में अगर देखा जाए तो बहुत ही आगे हैं संतों की जो वाणी है वह प्रेमानंद महाराज ने देखी गई है और लोग दूर-दूर से प्रेमानंद महाराज से मिलने आते हैं कान्हा की कृपा कहे राधा रानी की कृपा कहे या वृंदावन की तपोभूम की कृपा कहे या बांके बिहारी की कृपा कहे सब एकदम अच्छी दिखाई दे रही है ।
Premanand maharaj vrindavan में जिस प्रकार से भक्ति का समागम होता है उसे समागम का पूरा श्रेय अगर इस समय है भगवान का जो आशीर्वाद बना हुआ है प्रेमानंद महाराज बना हुआ है उनकी वाणी पर बना हुआ है उन्होंने जिस प्रकार से संतो को अपना समागम देते हैं। संसार का अस्तित्व बताते हैं लोगों की निजी जीवन की समस्याओं को बताते हैं यहां तक की लोग अपने जीवन में कैसे कैसे परेशान है सब की समस्याओं का निदान अपनी वाणी से करते हैं। सही गलत का सबको परिभाषित करते हैं और कौन अपना कौन पराया है इसकी भी बात बताते हैं ।
धनी हो चाहे कोई निधन हो प्रेमानंद महाराज के सत्संग में सभी लोग पहुंचते हैं वहां पर उनसे आशीर्वाद लेते हैं और प्रेरणा लेते हैं । लोग उनसे मिलने के लिए आतुर होते हैं और प्रेमानंद महाराज से अब मिलने के लिए लोग अपने नंबर भी लगते हैं। प्रेमा नंद महाराज अपने भक्तों के लिए हमेशा रात में निकलते हैं और भक्तों को दर्शन भी देते हैं मानव रूप में भगवान कहा जाए तो काम नहीं होगा ।
प्रभु स्वरूप ओजस्य है तेजस्व है और भावनाओं से भरा हुआ सांसारिक वाणी उनके पूरे शरीर अपना भगवान के लिए कान्हा के लिए राधा रानी के लिए समर्पित कर दिया ऐसे प्रेमानंद महाराज संत इस धरा पर बहुत ही काम आएंगे क्योंकि इस कलयुग में जिस प्रकार की भौतिकता चली है लोग भौतिक सुखों में व्यस्त होते जा रहे हैं लोगों को भौतिक जीवन में कैसे निकला जाए ।
इस दौर में लोग अपने जीवन को बहुत जल्दी खत्म कर लेते हैं कैसे आत्महत्या कर लेते हैं लोग इसके लिए प्रेमानंद महाराज अपने वाणी से लोगों को जीवन जीने की कला सिखाते है | आप लोग ऐसा ना करें उन्हें बताते हैं कि जीवन बहुत ही अमूल मिला है इसको व्रत में ना कमाई ऐसे इसे खत्म ना करें प्रेमानंद महाराज की वाणी आज पूरे देश में सुनी जा रही है और लोग इन्हें भगवान स्वरूप भी मानते हैं यहां तक की यह मानव है फिर भी लोग इन्हें भगवान की शिर्डी में रखते हैं।….Rajesh yadav