fake dap company kishangadh: केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री के संसदीय क्षेत्र किशनगढ़ में ही नकली DAP खाद का धंधा जोरों पर हो और किसानों के साथ विश्वासघात किया जा रहा हो, तो बाकी देश में क्या हाल होगा? कृषि राज्यमंत्री घर में मार्बल पाउडर और मिट्टी पर रंग चढ़ाकर नकली DAP बनाने की फैक्ट्रियां चल रही हैं, लेकिन हैरानी की बात है कि सरकार से लेकर अधिकारी तक किसी को भनक नहीं है।
fake dap company kishangadh
किसान फसल फ़ायदा करता है लेकिन कालाबाजारी जब खाद में ही की जाए तो पैदावार कैसे बढ़ेगी येसा ही एक मामला किशन गढ़ का जहा पर नकली खाद बांयी जा रही थी SDM साहब पहुचकर जाच किया तो पाया यहाँ तो नकली खाद का भंडार है जो किसानो को यहाँ से आपूर्ति की जाती है
नकली खाद का यह भंडाफोड़ भाजपा सरकार में प्रचंड भ्रष्टाचार की निशानी है। डबल इंजन की सरकार में डबल भ्रष्टाचार और धोखा है। जुमलेबाजों की सरकार में अन्नदाता ज़मीन में ज़हर बोने को मजबूर है। शर्मनाक! सरकार को जांच करवाकर दोषियों और कमीशनखोरों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
वीडियो, जो गोविंद सिंह डोटासरा के एक्स पोस्ट में लिंक है, किशनगढ़, अजमेर, राजस्थान में नकली डीएपी (डायमोनियम फॉस्फेट) खाद बनाने वाली एक फैक्ट्री के संचालन को दर्शाता है। यहां वीडियो से संबंधित जानकारी हिंदी में दी गई है:
fake dap company kishangadh वीडियो का विवरण
96.17 सेकंड सामग्री: वीडियो फैक्ट्री के विभिन्न पहलुओं को कैप्चर करता है, जिसमें नकली खाद का भंडारण, उत्पादन और हैंडलिंग शामिल है। छवि में खाद के बैग दिखाई देते हैं, जो संभवतः पोस्ट में उल्लिखित नकली डीएपी हैं। बैग सफेद हैं और एक-दूसरे के करीब स्टैक किए गए हैं, यह एक भंडारण क्षेत्र को दर्शाता है।फैक्ट्री के अंदर का एक व्यापक दृश्य, जिसमें एक कन्वेयर बेल्ट और अधिक खाद के बैगों के ढेर दिखाई देते हैं। वातावरण औद्योगिक लगता है, मशीनरी और बड़ी मात्रा में बेग्ड सामग्री के साथ।
फैक्ट्री के अंदर चलने वाले व्यक्ति दिखाई देते हैं, जो possibly कार्यकर्ता या निरीक्षक हो सकते हैं। सेटिंग एक बड़े, खुले गोदाम जैसे स्थान की है, जिसमें बैगों के ढेर और कुछ उपकरण हैं। एक ट्रक दिखाई देता है, जो संभवतः खाद को परिवहन करने के लिए उपयोग किया जाता है। अधिक बैग स्टैक किए गए हैं, यह ऑपरेशन के पैमाने को दर्शाता है।
स्टैक किए गए बैगों का क्लोज-अप, जो नकली उत्पाद की मात्रा पर जोर देता है। फैक्ट्री का इंटीरियर मंद रोशनी वाला है, जिसमें धूल दिखाई देती है, यह सामग्रियों के सक्रिय हैंडलिंग को सुझाता है। फैक्ट्री का एक उजला क्षेत्र, possibly प्रवेश द्वार या प्रोसेसिंग क्षेत्र के पास।
एक हाथ में सामग्री का नमूना, जो नकली खाद प्रतीत होता है। यह फ्रेम संभवतः उत्पाद की गुणवत्ता या संरचना को दर्शाने के लिए है। अधिक बैगों के ढेर, जिसमें फैक्ट्री के भीतर मात्रा और व्यवस्था पर जोर दिया गया है।
अलग-अलग रंग के बैग (हरे और नारंगी) दिखाई देते हैं, possibly अलग-अलग प्रकार की खाद या प्रोसेसिंग के चरणों को दर्शाते हैं। फैक्ट्री का पैमाना और भी जोर दिया गया है। फर्श पर बिखरे हुए बैग, जो हाल की गतिविधि या अव्यवस्था को सुझाते हैं। वातावरण धूल भरा और औद्योगिक बना हुआ है।
एक व्यक्ति बैगों को संभालते हुए दिखाई देता है, possibly निरीक्षण या प्रलेखन प्रक्रिया के दौरान। फोकस नकली उत्पाद के भौतिक संपर्क पर है। एक खुले क्षेत्र की ओर का दृश्य, जिसमें प्रकाश आ रहा है, possibly प्रवेश या निकास द्वार। अधिक बैग दिखाई देते हैं, जो ऑपरेशन की मात्रा को मजबूत करते हैं।
एक हाथ बैग में पहुंचता हुआ, संभवतः नमूना लेने के लिए। यह क्रिया बैगों की सामग्री की पुष्टि करने के लिए महत्वपूर्ण है। दीवार के साथ बैगों के ढेर, जो भंडारण क्षेत्र की गहराई दिखाते हैं। औद्योगिक सेटिंग consistent बनी हुई है।

बैगों की व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करते हुए उनका एक और दृश्य। फैक्ट्री में बड़ी मात्रा में स्टोर करने की क्षमता स्पष्ट है। बैगों का क्लोज-अप, possibly पहनने या क्षति को दिखाते हुए, जो पैकेजिंग की गुणवत्ता इंगित कर सकता है। औद्योगिक वातावरण पर जोर दिया जाता है।
एक व्यक्ति फैक्ट्री के माध्यम से चलता हुआ, सामने बैगों के ढेर के साथ।फैक्ट्री के भीतर की मात्रा और गतिविधि पर जोर दिया गया है।दीवार के खिलाफ बैगों के ढेर, पृष्ठभूमि में एक व्यक्ति के साथ, possibly निरीक्षण में शामिल। फोकस उत्पाद की मात्रा और हैंडलिंग पर रहता है।
दीवार के खिलाफ बैगों के ढेर, भंडारण क्षेत्र की गहराई दिखाते हुए। औद्योगिक प्रकृति consistent बनी हुई है। एक हाथ में दूसरा सामग्री का नमूना, पहले के फ्रेम के उद्देश्य को मजबूत करता है।
fake dap company kishangadh कैसे बनती है
नकली खाद, जो संगमरमर पाउडर और मिट्टी से बनी है, को किसानों के साथ विश्वासघात के रूप में चित्रित किया गया है, जो अपनी फसलों के लिए वास्तविक उत्पादों पर निर्भर करते हैं।
वीडियो में दिखाए गए ऑपरेशन का औद्योगिक पैमाना मुद्दे की गंभीरता को रेखांकित करता है, यह सुझाव देता है कि उत्पादन और वितरण का एक अच्छी तरह से स्थापित नेटवर्क है।
संबंधित जानकारी:
वेब सर्च रिजल्ट्स इंगित करते हैं कि किरोड़ी लाल मीणा ने इन फैक्ट्रियों पर आश्चर्यचकित जांच और जांच शुरू की, जो वीडियो में फैक्ट्री के संचालन की प्रलेखन के साथ मेल खाता है।
मोदी सरकार के तहत कृषि नीतियों पर ऐतिहासिक किसान विरोध और संसदीय समिति की रिपोर्ट से व्यापक संदर्भ, कृषि में सिस्टमिक मुद्दों की कथानक में जोड़ता है, जिसमें भ्रष्टाचार और प्रबंधन शामिल हैं।
यह वीडियो डोटासरा के दावों का दृश्य साक्ष्य के रूप में कार्य करता है, जिसमें कृषि क्षेत्र में, विशेष रूप से राजस्थान में किसानों को प्रभावित करने वाले नकली खाद के उत्पादन को एक महत्वपूर्ण मुद्दा के रूप में हाइलाइट किया गया है।
https://x.com/GovindDotasra/status/1928106669365678310?t=9_YkbLAazQeR3o2fs2fWDQ&s=19