sultanpur encounter mangesh yadav:सुल्तानपुर व्यापारी भरत जी सर्राफ की ‘ओम ऑर्नामेंट्स’ नामक ज्वेलरी शॉपकी दुकान में 28 अगस्त को दिनदहाड़े बदमाशों ने लूट लिया बताया जा रहा है कि इसमें शामिल तीन बदमाश जिसमें शामिल थे मंगेश यादव को उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया और दो बदमाशों के पैर में हल्की चोटलगी क्या है पूरी कहानी मंगेश के परिवार वाले कह रहे हैं कि मेरे बेटे का फर्जी हुआ एनकाउंटर….अन्य आरोपी: अनुज प्रताप सिंह, विनय शुक्ला, विवेक सिंह, दुर्गेश प्रताप सिंह, इन आरोपियों का एनकाउंटर कब होगा?
अखिलेश यादव ने X पर क्या लिखा
लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नक़ली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ़ दिखावटी गोली मारी गयी और ‘जात’ देखकर जान ली गयी।
जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर दिया है तो लूट का सारा माल भी पूरा वापस होना चाहिए और सरकार को मुआवज़ा अलग से देना चाहिए क्योंकि ऐसी घटनाओं का जो मानसिक आघात होता है उससे उबरने में बहुत समय लगता है, जिससे व्यापार की हानि होती है, जिसकी क्षतिपूर्ति सरकार करे। नक़ली एनकाउंटर रक्षक को भक्षक बना देते हैं।
समाधान नक़ली एनकाउंटर नहीं, असली क़ानून-व्यवस्था है। भाजपा राज अपराधियों का अमृतकाल है। जब तक जनता का दबाव व आक्रोश चरम सीमा पर नहीं पहुँच जाता है, तब तक लूट में हिस्सेदारी का काम चलता रहता है और जब लगता है जनता घेर लेगी तो नक़ली एनकाउंटर का ऊपरी मरहम लगाने का दिखावा होता है। जनता सब समझती है कि कैसे कुछ लोगों को बचाया जाता है और कैसे लोगों को फँसाया जाता है।
sultanpur encounter mangesh yadav लगता है सुल्तानपुर की डकैती में शामिल लोगों से सत्ता पक्ष का गहरा संपर्क था, इसीलिए तो नक़ली एनकाउंटर से पहले ‘मुख्य आरोपी’ से संपर्क साधकर सरेंडर करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों पर सिर्फ़ दिखावटी गोली मारी गयी और ‘जात’ देखकर जान ली गयी।
जब मुख्य आरोपी ने सरेंडर कर…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 5, 2024
X पर लोगो ने क्या दी प्रक्रिया
sultanpur encounter mangesh yadav एक ही आरोप में मंगेश यादव को जान से मार दिया गया जबकि सचिन सिंह और पंकज सिंह को केवल पैर में हल्की सी गोली मारकर गिरफ्तार किया ……….
— Surya Samajwadi (@surya_samajwadi) September 5, 2024
सुल्तानपुर में एसपी का सत्ता से गहरा संबंध है जो इतने कांड के बाद भी 3 साल से जमा हुआ है
पूरे सुल्तानपुर को नरक बना दिया है उसने— Sachin Pandey Lovi (@Lovi3039) September 5, 2024
सुल्तानपुर में एसपी का सत्ता से गहरा संबंध है जो इतने कांड के बाद भी 3 साल से जमा हुआ है
पूरे सुल्तानपुर को नरक बना दिया है उसने— Sachin Pandey Lovi (@Lovi3039) September 5, 2024
उत्तर प्रदेश मै एनकाउंटर जाती देखकर होते है, आज ये फिर साबित हो गया है मुख्य आरोपि को छोड़के मंगेश यादव की गोली मारकर हत्या करना सरकार का जातीवादी चेहरा उजागर करता है।..
सुल्तानपुर लूट के आरोपी मंगेश यादव को जान से मार दिया गया
जबकि इसी लूट कांड के आरोपी सचिन सिंह, पुष्पेंद्र…
— pandit Akash Shankdhar (@AkashShankdhar) September 5, 2024
डकैती में अमूमन 10 साल की अधिकतम सजा दी जाती है लेकिन सुल्तानपुर लूट के आरोपी मंगेश यादव को जान से मार दिया गया
जबकि इसी लूट कांड के आरोपी सचिन सिंह, पुष्पेंद्र सिंह को खाली पैर में हल्की सी गोली मारकर गिरफ्तार किया
अगर आरोपी यादव है तो उसे अधिकतम सजा की बात छोड़ो उसे जान से… pic.twitter.com/KbDONsLtVH
— Jay Mangal Yadav (@MangalYadavSP) September 5, 2024
एक ही आरोप में मंगेश यादव को जान से मार दिया गया जबकि सचिन सिंह और पंकज सिंह को केवल पैर में हल्की सी गोली मारकर गिरफ्तार किया
इसका मतलब साफ है कि सत्ता अपने नशे में चूर है
मतलब अब अपराध में भी यह जातिवाद निकलना शुरू कर दिए हैं यह तो सरासर गलत है भाई
इसलिए कहा गया विनाश काले…sultanpur encounter mangesh yadav— Sandhya Dubey (@Sandhyad119) September 5, 2024
क्या उत्तर प्रदेश सरकार को राजा धृतराष्ट्र की तरह मोह हो गया
उत्तर प्रदेश सरकार वैसे तो अपराधी मुक्ति की बात करती है लेकिन यहां पर एक जाति के अपराधी का एनकाउंटर और शेष को बचा लिया जाता है कहा जाता है जब महाभारत युद्ध हुआ तब राजा धृतराष्ट्र को पुत्र मोह हुआ और उनका पुत्र गलत कर रहा था फिर भी राजा धृतराष्ट्र मौन थे जिस प्रकार आज उत्तर प्रदेश की सरकार अपने जाति समीकरण के गुंडो को मोह के कारण छोड़ रही है.
अन्य जाति के गुंडो को अपराधियों को एनकाउंटर कर रही है तो शायद अगर यह समीक्षा की जाए क्या उत्तर प्रदेश के सीएम को राजा धृतराष्ट्र की तरह जाति मुंह तो नहीं हो गया जैसे डिस्टराज को पुत्र मोह हो गया था और द्रौपदी को भरी सभा में घसीटा गया फिर भी डिस्टर्ब चुप थे क्योंकि उनका पुत्र गलत तो नही हो गया है क्या उत्तर प्रदेश की सरकार इसी तरह जाति मोह से तो नहीं घिर रही है .