gau mata in cloth shop chhattisgarh:गौ माता यानी गाय को भारतीय संस्कृति में माता के स्वरूप मानते हैं लोग और इसी स्वरूप में पूंजी भी जाती है एक ऐसा गौ प्रेमी छत्तीसगढ़ में देखने को मिला जो सदा गाय को अपने साथ ही रखता है चाहे दुकान हो चाहे घर हो जहां वह व्यक्ति जाता है गाय को अपने साथी रखता है दुकान में वह गौ माता उसके साथ बैठी है क्या है पूरी घटना लिए आपको बताते हैं
दिन को 3:00 बजे से शाम को 7:00 तक साथ बैठी है दुकान में गौ माता
मनोहर साड़ी वाले का कहना है कि गौ माता दिन में 3:00 बजे आती है लगभग आधे घंटे, 1 घंटे, 2 घंटे, दुकान में बैठी है इसके बाद फिर चली जाती है यह इनकाप्रतिदिन का कार्य है और जब आती हैं तो मैं इन्हें देखकर बहुत खुशी होती है और यह मेरे पास बैठी हैं मुझे लगता है कि मुझे साक्षात ईश्वर का दर्शन हो गया और जब तक बैठती हैं बड़े शांति से लोगों का आना-जाना रहता है और लोग देखते भी हैं और गौ माता बिना किसी क्षति के यहां बैठी हैं
gau mata in cloth shop chhattisgarhऔर फिर यह शाम को घर वापस चली जाती है यह घर जाती है इसके बाद मैं उनके साथ ही भोजन करता हूं और भोजन हम जैसे थाली में करते हैं वैसे ही गौ माता भी हमारे साथ भोजन करती हैं और उनका भोजन करने का स्टाइल अलग है रोटी को मरोड़ कर खाती हैं और आपको देखकर बड़ा ही आश्चर्य होगा उन्हें देखते हुए मुझे लगता है कि 133 करोड़ की देवी देवताओं का साक्षात स्वरूप मुझे मिला है जो गौ माता मुझे इस रूप में मिली है
मनोहर साड़ी वाले छत्तीसगढ़ गौ प्रेमी
जीवो की रक्षा करना परम धर्म है इसी यथार्थ को सिद्ध करते हुए एक छत्तीसगढ़ के दुकानदार मनोहर साड़ी वाले ने यथार्थ कर दिखाया है जैन धर्म के मानने वाले हैं और बचपन से ही जीवो का प्रेम देखा गया है और यह खाना खाने से पहले गौ माता को खाना जरूर खिलाते हैं
gau mata in cloth shop chhattisgarh मनोहर साड़ी वाले ने अपने पिता की दी बातो बच्चन को आगे बढ़ते हुए उन्होंने इसी परंपरा को आगे बढ़ाया और आपको यह वीडियो जो मैं आपको दिखाने जा रहा हूं इसको देखकर आप भी दंग रह जाएंगे
व्यक्ति जब दुकान पहुंचता है तो गौ माता भी कुछ टाइम बाद उसकी दुकान पर पहुंच जाती है और वहीं पर बैठी है जहां पर व्यक्ति साड़ी की दुकान में बैठता है और तब तक बैठी रहती हैं जब तक वह दुकान खुली रहती है और उसे दुकानदार के साथ फिर वह घर वापस आती है और दोनों साथ में ही भोजन भी करते हैं एक अजीब तरीके से थाली में भोजन की गौ माता करती हैं रोटी को आराम से खाती है जैसे लगता है कोई मानव खा रहा हो
प्रेम मनोहर साड़ी वाले का कहा जाता है कि जैन धर्म के लोग मांस मदिरा का सेवन नहीं करते हैं और शुद्ध शाकाहारी होते हैं जीवो पर दया करना जीव धर्म इनका सबसे परोपकारी कार्य है और इसी परंपरा को आगे बढ़ते हुए मनोहर साड़ी वाले ने यह कर दिखाया कि अगर आप जीव से प्यार करते हैं वह आपके साथ वैसा ही व्यवहार करेगा
Twitter viral vedio gau mata in cloth shop chhattisgarh
प्रेम मनोहर साड़ी वाले का इस वीडियो में उन्होंने क्या कुछ कहा है सुनिए आप और क्या जीवो पर दया की जनि चाहिए या नहीं
जय गौ माता! 🙏🚩https://t.co/3LU3yQvElV pic.twitter.com/BzXttJ5uXp
— Mohan Bhagwat🇮🇳( Parody) (@IMohan_IN) September 15, 2024
जीव दया से बड़ा कोई दान नहीं
मनोहर साड़ी वाले का कहना है कि उनके गुरु ने कहा है कि जीव दया से बड़ा कोई दया नहीं है ना कोई धर्म है इसलिए जीवो पर दया कीजिए और इसी परंपरा को आगे बढ़ते हुए अपने गुरबाणी अपने गुरु माता की वाणी को लिए हुए इन्होंने इस वचन का पालन करते हुए जीवो पर दया करना प्रारंभ किया और यह जीता जागता स्वरूप आप लोग देख सकते हैं गौ माता बड़े प्रेम से अंदर आती है और वहीं बैठ जाती है जहां मनोहर साड़ी वाले बैठते हैं