Sonam Wangchuk andolan delhi:सोनम वांगचु लद्दाख से चलकर के 1000 किलोमीटर दूर दिल्ली राजधानी पहुंचे और राजधानी पहुंचने से पहले सोनम वांगचुक चाहते थे कि मैं पहुंच कर वहां गांधी जी को माला इत्यादि उनके समधी अस्थल पर चढ़ाएंगे लेकिन ऐसा होने से पहले ही शोनम वांगचुक गिरफ्तार कर लिया गया था दिल्ली पुलिस के द्वारा सोनू मंचूक हिरासत से छूटने के बाद गांधी स्मारक पहुंचे और पुष्प चढाया| लद्दाख को संविधान की 6 अनुसूची का दर्जा मिले सोनम वांगचुक की मांग ठी पर अभी येसा कुछ संभव नही दिख रहा |
सोनम वांगचुक
लद्दाख की पहाड़ियों के बचने के लिए पर्यावरण को बचाने के लिए सोनम वांचू एक पर्यावरण विद है और उन्होंने एक लंबी लड़ाई लड़ी है पर्यावरण बचाने के लिए लद्दाख में एक लंबा आंदोलन भी किया लद्दाख में, उसके बाद वहां पर प्रशासनिक कार्रवाई होने के बाद उनका आंदोलन पूरी तरह से खत्म कर दिया गया और फिर Sonam Wangchuk ने अपने साथियों के साथ राजधानी दिल्ली जाकर के अपनी बात कहना चाहते थे
लेकिन सुनो वांगचुक के साथ ऐसा नहीं हुआ उसे पहले जब दिल्ली चंडीगढ़ होते हुए राजस्थान के माध्यम से वह जब दिल्ली पहुंचे तो उन्हें दिल्ली पहुंचते ही गिरफ्तार कर लिया गया और 2 अक्टूबर के दिन गांधी जयंती के दिन “Sonam Wangchuk andolan delhi” चौक राजघाट पहुंच करकेगाँधी जी की समाधि पर पुष्प चढ़ाना चाहते थे लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका
क्योंकि दिल्ली पुलिस ने Sonam Wangchuk को गिरफ्तार कर लिया था जेल में रखा गया और महात्मा गांधी की समाज पर उसे दिन तो पुष्प नहीं चढ़ा सके उसके बाद Sonam Wangchuk को रिहा किया गया और उनके साथियों के साथ राजगढ़ पहुंचकर के गांधी जी को माल्यार्पण किया|
Sonam Wangchuk andolan delhi लद्दाख भवन
सोनम वांगचुक अपनी बात दिल्ली में पहुंचकर मध्यस्थ नेताओं से कहना चाहते थे लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका तो सोनम वांगचुक लद्दाख भवन के सामने ही अनशन पर अपने साथियों के साथ बैठ गए अब Sonam Wangchuk andolan delhi को क्या न्याय मिलेगा जिस उद्देश्य से Sonam Wangchuk लद्दाख से चले थे 1000 किलोमीटर पैदल क्या वह उद्देश्य यहां पूरा होगा या नहीं|
क्योंकि जिस प्रकार से आरोप लगाया था कि इन पहाड़ियों पर चीन कब्जा कर रहा है अब हमारी भेड़ बकरियां पहले जहां चारा करती थी अब वहां चली जाती है तो चीन के लोग वहां से हमें भगा देते हैं कहते हैं मेरी जमीन है तो इस प्रकार से एक प्रकाश एलिगेशन कहा जाए तो सरकार परSonam Wangchuk andolan delhi का लगाया जा रहा है कि चीन पर जिस प्रकार कहा जाएगा कि चीन ने भारत की जमीन पर लगभग 1000 घर बसा लिए हैं|
लद्दाख की पहाड़ियों पर चीन का कब्जा
क्या यह बात सत्य है क्योंकि जिस प्रकार से सोनम वांगचुक का कहना था कि लद्दाख की पहाड़ियों के साथ भी यही हो रहा है जहां पर चीन कब्जा करता जा रहा और भारत उसे नजर अंदाज कर रहा है, क्या देश के प्रधानमंत्री सुनेंगे,क्या देश के गृहमंत्री इस बात को संज्ञान में लेंगे |
लद्दाख को बचाने के लिए एक लंबी लड़ाई, लद्दाख की पहाड़ियों के बचने के लिए एक लंबी लड़ाई, और वहां की निवासियों के बचने के लिए एक लंबी लड़ाई, Sonam Wangchuk andolan delhi लड़ना चाहते थे और सरकार को भी अवगत कराना चाहते थे| क्या Sonam Wangchuk की बात प्रधानमंत्री के द्वारा सुनी जाएगी क्या प्रधानमंत्री से मिलने का मौका मिलेगा क्या गृह मंत्री से Sonam Wangchuk को मिलने का मौका मिलेगा,
क्या क्या Sonam Wangchuk सरकार पर गलत आरोप लगा रहे हैं यह तमाम मुद्दे हैं जो देश की राजधानी में चर्चा का विषय बना हुआ है जहां विपक्ष की परियांSonam Wangchuk की तरफ है वहीं बीजेपी से Sonam Wangchuk पर ऐसा कुछ अभी रुक दिख रहा है क्या सोनम वांगचुक की 1000 की पदयात्रा का सफल कोई रास्ता निकल पाएगा राजधानी दिल्ली में या नहीं…..Written by -Rajesh yadav