bhoojal sanrkshan nigrani gautam budh nagar up: शुक्रवार को जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला भूगर्भ जल प्रबंधन समिति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में भूजल संरक्षण, पुनर्भरण और अवैध दोहन की रोकथाम को लेकर चर्चा करना था। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को भूजल संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए प्रभावी अभियान चलाने और सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
आवेदन और उनकी स्थिति
बैठक में भूगर्भ जल अधिकारी अंकिता राय ने बताया कि विभागीय पोर्टल पर अब तक 31 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से:
- 12 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं
- 7 आवेदन अस्वीकृत किए गए हैं
- 3 आवेदन राज्य प्राधिकरण को भेजे गए हैं
- बाकी 9 आवेदनों पर संबंधित विभागों की रिपोर्ट के बाद कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी के प्रमुख निर्देश
- भूजल संरक्षण: औद्योगिक, वाणिज्यिक और सामूहिक उपभोक्ताओं के लिए रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य किया जाए।
- तालाबों का जीर्णोद्धार: जिले के सभी तालाबों की मरम्मत और संरक्षण की प्रगति पर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
- अवैध दोहन पर रोकथाम: भूजल के अवैध दोहन को रोकने के लिए कठोर अभियान चलाए जाएं।
- जनजागरूकता अभियान: आम जनता को भूजल बचाने के लिए जागरूक करने हेतु विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
रेनवाटर हार्वेस्टिंग पर विशेष ध्यान
bhoojal sanrkshan nigrani gautam budh nagar up जिलाधिकारी ने सरकारी कार्यालयों, रेजिडेंशियल सोसाइटीज और अपार्टमेंट में रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की प्रभावशीलता सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जिन संस्थानों ने अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) प्राप्त किया है लेकिन रिचार्ज सिस्टम लागू नहीं किया है, उनके प्रमाण पत्र रद्द किए जाएं।
बैठक में मौजूद अधिकारी
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विद्यानाथ शुक्ल, प्राधिकरण के प्रतिनिधि, सिंचाई विभाग और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
इस बैठक में भूजल संरक्षण को लेकर जिलाधिकारी की प्रतिबद्धता स्पष्ट रूप से दिखाई दी, जिसमें उन्होंने इस मुद्दे को लेकर कठोर कार्रवाई और सख्त कदम उठाने पर जोर दिया।