kapil dev lucknow police headquarters: उत्तर प्रदेश पुलिस का यह सिग्नेचर बिल्डिंग प्रोजेक्ट न केवल एक भव्य प्रशासनिक संरचना है, बल्कि यह राज्य की पुलिस व्यवस्था को आधुनिक और वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। इस परियोजना की आधारशिला तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल में रखी गई थी और इसे एक विजनरी प्रोजेक्ट के रूप में देखा जाता है।
श्री अखिलेश यादव समाजवादी सरकार के विजनरी मुखिया ने गोमती नगर विस्तार के सेक्टर-7 में बने नए पुलिस मुख्यालय के नौ मंजिला सिग्नेचर बिल्डिंग लगभग 40 हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बनवाई थी। इस पर तकरीबन 816.31 करोड़ रुपये लागत आई थी । यहाँ डीजीपी कार्यालय समेत पुलिस की 18 इकाइयों के कार्यालय इसमें शिफ्ट हो चुके हैं । प्रयागराज स्थित पुलिस मुख्यालय भी अब यहीं शिफ्ट हो चुका है । बिल्डिंग में पुलिस अधिकारियों के कक्ष अपने बड़े आकार और विशेष डिजाइन के कारण चर्चा का विषय बने हुए हैं ।

सिग्नेचर बिल्डिंग को खासतौर से डिजाइन किया गया है । इसमें चार टॉवर आपस में जुड़े हुए हैं । सबसे ऊपरी तल के चारों टॉवरों में से एक में 9वीं मंजिल पर डीजीपी का शानदार कार्यालय बनाया गया है । डीजीपी अब इसी कार्यालय में बैठ भी रहे हैं । तीन अन्य टॉवरों में से एक के सबसे ऊपरी तल पर एक कॉन्फ्रेंस रूम, दूसरे में लाउंज और तीसरे में डीजीपी के सहायकों के लिए बैठने की जगह तय की गई है । आठवें तल पर डीजीपी मुख्यालय से संबंधित अधिकारी और उनके कक्ष बनाए गए हैं ।श्री अखिलेश यादव
kapil dev lucknow police headquarters भूतल पर पुलिस का म्यूजियम, सभी कंट्रोल रूम, पीआरओ दफ्तर, पेंशनर्स ऑफिस, लाइब्रेरी और विजिटर रूम बनाए गए हैं । समाजवादी सरकार के मुखिया श्री अखिलेश यादव ने लखनऊ में बहुमंजिला पुलिस भवन बनाए जाने की मंजूरी इसलिए दी गई थी ताकि पुलिस की विभिन्न शाखाओं को आपस में सूचनाओं के आदान–प्रदान में सहूलियत हो । इससे पुलिस की विभिन्न इकाइयों से संपर्क में लगने वाले समय में बचत व कार्य में सुगमता होने लगी है ।

kapil dev lucknow police headquarters reached
कपिलदेव ने जब उपी के मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात की उसके बाद जब पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने कहा अब उपी की तस्वीर बहुत बदल गयी यह police headquarters इतना अच्छा बनया गया है किसी कोरप्रेट ऑफिस से बढकर है , इसकी सुन्दरता और डिजाईन काबिले तारीफ है मई जितना कहू उतना कम है
पुलिस मुख्यालय के भवन को सिग्नेचर बिल्डिंग का नाम दिया गया है । 40178 वर्ग मीटर में फैले पुलिस मुख्यालय में अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं दी गई हैं । यहां पार्किंग के लिए दो हजार से अधिक वाहनों की भी व्यवस्था की गई है। लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अंतरराष्ट्रीय इकाना क्रिकेट स्टेडियम के सामने बने नए पुलिस भवन में पुलिस अधिकारी बैठने लगे हैं ।
नए kapil dev lucknow police headquarters में डीजीपी के साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस की 18 इकाइयों के मुख्यालय और उनके मुखियों के भी दफ्तर भी बनाये गए हैं । जीआरपी, टेक्निकल सर्विसेज, अग्निशमन निदेशालय, यातायात निदेशालय, लाजिस्टिक प्रशिक्षण निदेशालय, भ्रष्टाचार निवारण संगठन, आर्थिक अपराध शाखा, एसआइटी, मानवाधिकार, रूल्स एंड मैनुएल्स के मुख्यालय भी इसी भवन में हैं । 40,178 वर्गमीटर में बना है, जिसमें 4 टावर बने हैं । किसी बड़े आयोजन के लिए 500 सीटर का ऑडिटोरियम भी बनाया गया है ।

kapil dev lucknow police headquarters आलीशान इमारत की संरचना देखकर विजनरी मुख्यमंत्री के up police को साफ़-साफ़ देखा जा सकता है, साथ ही यूपी पुलिस नए पुलिस हेडक्वॉर्टर को पब्लिक फ्रेंडली बनाने पर भी खासा जोर दिया जा रहा है ।
ग्राउंड फ्लोर पर पुलिस का म्यूजियम, सभी कंट्रोल रूम, पीआरओ दफ्तर, पेंशनर्स ऑफिस, लाइब्रेरी और विजिटर रूम प्रस्तावित किए गए थे । डीजीपी मुख्यालय, इलाहाबाद स्थित पीएचक्यू, ऐंटी करप्शन ब्यूरो, ईओडब्ल्यू, फायर सर्विस, तकनीकी सेवाएं, विशेष जांच, यातायात निदेशालय, सीबीसीआईडी, प्रशिक्षण निदेशालय, मानवाधिकार, लॉजिस्टिक्स, एसआईबी को-ऑपरेटिव, जीआरपी व पीएसी मुख्यालय भी शिफ्ट किए जाने की तैयारी है ।
परियोजना का नाम:
उत्तर प्रदेश पुलिस सिग्नेचर बिल्डिंग, पुलिस मुख्यालय, लखनऊ
मुख्य विशेषताएँ:
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नौ मंजिला (9-storey) भव्य इमारत
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यह इमारत राज्य पुलिस का नया मुख्यालय है।
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डिजाइन में आधुनिक वास्तुकला और ऊर्जा दक्षता को प्राथमिकता दी गई है।
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अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएँ
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विश्वस्तरीय तकनीकी इंफ्रास्ट्रक्चर
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अत्याधुनिक कम्युनिकेशन सिस्टम
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हाई-सिक्योरिटी नेटवर्क व इंटेलिजेंस मॉनिटरिंग
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लागत: ₹ 816.31 करोड़
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यह उत्तर प्रदेश पुलिस के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी अधोसंरचना परियोजना है।
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कुल क्षेत्रफल: 40178 वर्ग मीटर
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इसमें कार्यात्मक स्पेस के साथ-साथ प्रशिक्षण व प्रशासनिक खंड शामिल हैं।
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kapil dev lucknow police headquarters
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भूतल (Ground Floor) पर प्रमुख सुविधाएँ:
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पुलिस म्यूजियम
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राज्य पुलिस के इतिहास और विकास को दिखाने वाला संग्रहालय।
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सभी कंट्रोल रूम्स
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जैसे कि डायल 112, सिविल पुलिस कंट्रोल, साइबर कंट्रोल आदि।
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पीआरओ (जनसंपर्क कार्यालय)
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मीडिया और आमजन से संपर्क के लिए।
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पेंशनर्स ऑफिस
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सेवानिवृत्त पुलिसकर्मियों के लिए सेवाएँ।
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लाइब्रेरी और विज़िटर रूम
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अध्ययन और आगंतुकों के लिए सुविधाएं।
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kapil dev lucknow police headquarters
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kapil dev lucknow police headquarters अन्य प्रमुख विभाग जो इसी बिल्डिंग में स्थित होंगे:
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जीआरपी (Government Railway Police)
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टेक्निकल सर्विसेज विभाग
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तकनीकी उपकरण और सेवाओं का प्रबंधन।
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अग्निशमन निदेशालय (Fire Services Directorate)
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यातायात निदेशालय (Traffic Directorate)
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लॉजिस्टिक प्रशिक्षण निदेशालय
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पुलिस कर्मियों के लॉजिस्टिक और सप्लाई ट्रेनिंग के लिए।
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भ्रष्टाचार निवारण संगठन
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भ्रष्टाचार के मामलों की जांच और निवारण हेतु।
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आर्थिक अपराध शाखा (Economic Offences Wing – EOW)
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विशेष जांच दल (SIT)
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मानवाधिकार प्रकोष्ठ (Human Rights Cell)
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रूल्स एंड मैन्युअल्स हेडक्वार्टर
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पुलिस के नियमों व संचालन पुस्तिकाओं का केंद्रीय प्रशासन।
महत्व और प्रभाव:
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यह बिल्डिंग यूपी पुलिस के आधुनिकीकरण, पारदर्शिता और कार्यकुशलता को एक नई दिशा देगी।
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सभी प्रमुख विंग्स को एक ही परिसर में लाने से समन्वय और सूचना का प्रवाह बेहतर होगा।
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आम जनता के लिए भी यह एक खुले और उत्तरदायी पुलिस तंत्र की छवि बनाएगा।